समस्तीपुर, फरवरी 22 -- समस्तीपुर। जिले में 529 होमगार्ड जवान विधि-व्यवस्था के लिए तैनात हैं। रात-दिन मेहनत करते हैं और उन्हें मेहनताना के रूप में मात्र 774 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलता है। इनका कहना है कि जब समान काम के लिए समान वेतन का कानून है तो हमारे साथ दोहरे मानडंड क्यों? जब हमसे काम पुलिसकर्मियों की तरह लिया जाता है, तो वैसी सुविधाएं क्यों नहीं मिल सकती हैं? छुट्टियां भी न के बराबर दी जाती हैं। महिला जवानों को मातृत्व अवकाश भी नहीं मिलता है। सरकार व प्रशासन से उनकी मांग है कि उन्हें भी बेहतर सेवा शर्तों के साथ स्थायी नौकरी पर रखा जाए। की वर्दी पहन पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने वाले होमगार्ड जवान हर चौराहे पर मुस्तैद नजर आते हैं। लेकिन, सेवा शर्तों में अनिश्चितता, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, सरकारी आवास न मिलने का दर्द ...