नई दिल्ली, सितम्बर 12 -- नेपाल के जेन-जी प्रदर्शनकारियों ने अपने देश की सत्ता पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के हाथों में सौंप दी है। अंतरिम प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही सुशीला नेपाल के भाग्य निर्माण में अपनी भूमिका की शुरुआत कर देंगी। प्रदर्शन के शुरू होने के बाद से ही सुशीला की दावेदारी पुख्ता मानी जा रही थी। हालांकि कुछ विरोध और ऊहापोह की स्थिति के बाद आखिरकार उनके नाम पर मुहर लगा दी गई। उनकी दावेदारी के तय होने के बाद से ही उनके जीवन को लेकर कई कहानियां सामने आ रही है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाली सुशीला कार्की का कॉलेज का जीवन कैसा था, इसको लेकर भी उनके साथियों ने ही बताया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1985 से 1987 तक बीएचयू के छात्र संघ अध्यक्ष रहे अनिल श्रीवास्तव ने सुशीला के बारे में बात करते...