हिन्दुस्तान संवाददाता, जून 3 -- मुजफ्फरपुर जिले में कुढ़नी की दुष्कर्म पीड़िता की सांस नली कट गई थी, इसे जोड़ने के लिए एसकेएमसीएच में संसाधन और विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है। इस कारण पीड़िता को पांच दिन बाद रेफर करना पड़ा। ईएनटी विभाग के डॉक्टरों की देखरेख में पीड़िता का इलाज चल रहा था। ईएनटी विभाग की ओटी में सामान्य ऑपरेशन का संसाधन तो है, लेकिन विशेष और गंभीर ऑपरेशन के लिए उपकरण नहीं है। गंभीर ऑपरेशन के लिए बाहर से उपकरण मंगाना पड़ता है। एसकेएमसीएच उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल है। सुपर स्पेशलिटी की सुविधा भी शुरू हो गई, लेकिन पारा मेडिकल कर्मियों की कमी से यहां मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। अधीक्षक प्रो. डॉ. कुमारी विभा ने बताया कि बच्ची के इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं की गई थी। गले की नस से खून निकल रहा था। सबसे पहले एंटी बी स...