भागलपुर, सितम्बर 20 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। परंपरागत हैंडलूम मशीनों से हाथ से कपड़े तैयार करना अब पुरानी बात हो चुकी है। इसके बाद बिजली के मोटर से संचालित पावरलूम का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। वस्त्र निर्माण के क्षेत्र में पावरलूम की जगह अब डिजिटल लूम प्रचलन में आ रहा है। इस नई तकनीक से गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी भागलपुर के छात्रों को रूबरू कराया जाएगा। संस्थान के वर्कशॉप में अब डिजिटल लूम यानी कंप्यूटराइज्ड इंब्रायोडरी मशीन को इंस्टॉल किया जाएगा। इस मशीन की मदद से छात्रों को डिजाइनर कपड़े तैयार करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। संस्थान के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार साह ने बताया कि वस्त्र निर्माण उद्योग में डिजिटल लूम का तेजी से प्रयोग बढ़ा है। छात्रों को इस तकनीक की जानकारी के बाद नामी गिरामी गारमेंट्स कंपनियों में प्लेसम...