अलीगढ़, जुलाई 20 -- अलीगढ़़ वरिष्ठ संवाददाता। सावन के महीने में झूले और उत्सव का वातावरण बन गया है। लेकिन हृदय रोग, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप से पीड़ित मरीजों के लिए यह समय अतिरिक्त सतर्कता का है। चिकित्सकों ने चेताया है कि झूला झूलने के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसलिए, सावधानी जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब झूला तेज गति से ऊंचाई की ओर जाता है और फिर तेजी से नीचे आता है, तो शरीर में अनुकंपी और प्रति अनुकंपी तंत्र एकाएक सक्रिय हो जाते हैं। इससे दिल की धड़कन असामान्य रूप से तेज या अनियंत्रित हो सकती है, विशेषकर उन लोगों में जो पहले से हृदय, बीपी या डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके सिंघल बताते हैं कि उमस और अधिक गर्मी के माहौल में झूला झूलने से शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इससे ...