प्रयागराज, अक्टूबर 4 -- एसआरएन अस्पताल के हृदय रोग विभाग के डॉक्टरों ने शुक्रवार को एक जटिल ऑपरेशन करके एक युवती को नया जीवन दिया। कौशाम्बी की रहने वाली 18 वर्षीय युवती को सांस लेने में तकलीफ थी और धड़कन तेज चलती थी। जांच के बाद डॉक्टरों ने पाया कि उसके हृदय की दीवार में एक जन्मजात हृदय दोष है, जो हृदय के दो ऊपरी कक्षों (एट्रियल सेप्टम) को अलग करता है। इस दीवार को आलिंद पट कहते हैं। जन्म के समय उसके आलिंदों के बीच एक छोटा सा छेद था, जिससे बाएं हृदय से दायीं ओर ज्यादा रक्त प्रवाहित होता था। हृदय के दाएं भाग पर अतिरिक्त कार्य के कारण दबाव अधिक बन रहा था। डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन के जरिए एट्रियल सेप्टल डिफेक्ट (एएसडी) डिवाइस क्लोजर लगाया गया। बटननुमा क्लोजर को स्थिर करने के लिए बैलून एसिस्टेड डप्लोमेंट तकनीक का उपयोग किया गया। डिवाइस क्लोजर...