रांची, दिसम्बर 25 -- कांके, प्रतिनिधि। कांके प्रखंड के हुंदुर ग्राम में गुरुवार को ऐतिहासिक 'रईसका डूबा जतरा' मेला का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पाहन ने विधि-विधान से पूजा-पाठ कर की। मुख्य अतिथि धुर्वा सरना समिति के अध्यक्ष मेधा उरांव शामिल हुए। उन्होंने जतरा में रईसका पाहन के इतिहास के बारे में जानकारी दी और बताया कि समाज की धर्म-संस्कृति को कैसे बचाना है? मुखिया संघ के अध्यक्ष सोमा उरांव ने धर्म-संस्कृति की रक्षा पर जोर देते हुए कहा कि जिस प्रकार गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों ने वजीर खान द्वारा दीवार में जिंदा चुने जाने के बावजूद अपना धर्म नहीं बदला, उसी प्रकार हमें भी अपनी संस्कृति के प्रति अडिग रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि रईसका पाहन ने रीति-रिवाज और रूढ़िवादी परंपराओं को बचाने के लिए अपना बलिदान दिया था। कार्यक्रम में सभी ने ...