नई दिल्ली, जून 23 -- भारत में कार बनाने वाली दिग्गज कंपनी हुंडई (Hyundai) ने एक ऐसी तकनीक को अपनाया है, जो न सिर्फ पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि कंपनी के ऑपरेशन खर्चों को भी करोड़ों में घटा रही है। बात हो रही है हुंडई के कोल्ड बेड इंजन टेस्टिंग (Cold Bed Engine Testing) टेक्नोलॉजी की। यह एक ऐसा तरीका है, जिसमें बिना पेट्रोल, बिना डीजल और बिना किसी कूलेंट के इंजन की टेस्टिंग होती है। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं। यह भी पढ़ें- थोड़ा कर लीजिए इंतजार! मारुति, हुंडई, महिंद्रा जल्द ला रही 3 कॉम्पैक्ट SUVक्या है कोल्ड बेड इंजन टेस्टिंग? इस तकनीक की सबसे दिलचस्प बात यह है कि इसमें इंजन को स्टार्ट ही नहीं किया जाता है। यानी कि इंजन के अंदर फ्यूल जलाया नहीं जाता, फिर भी उसकी परफॉर्मेंस और क्वॉलिटी को पूरी तरह टेस्ट किया जाता है। ह...
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