आगरा हिन्दुस्तान टाइम्स, अप्रैल 23 -- आगरा के सिकंदरा पुलिस स्टेशन में 30 वर्षीय राजू गुप्ता की कस्टडी में मौत के छह साल से अधिक समय बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की जांच में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) और पुलिस उपाधीक्षक सहित 21 पुलिसकर्मियों को मानवाधिकार उल्लंघन का दोषी पाया गया है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि जांच में विभिन्न रैंकों के अधिकारी दोषी मिले हैं। तीन निरीक्षक, दो उप-निरीक्षक, पांच हेड कांस्टेबल, सात कांस्टेबल, एक पुलिस चालक और एक कंप्यूटर ऑपरेटर इसमें शामिल है। एनएचआरसी की रिपोर्ट के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने संबंधित अधिकारियों को गुप्ता के परिवार को 5 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा देने और रिपोर्ट में नामित अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिय...