नैनीताल, अक्टूबर 9 -- नैनीताल, संवाददाता। हिमालयी क्षेत्र में बढ़ती भू-आपदाओं और उनसे उत्पन्न सामाजिक-आर्थिक प्रभावों पर विचार-विमर्श के लिए 'हिमालय में भू-आपदाएं और सामाजिक-आर्थिक चिंताएं विषय पर एटीआई नैनीताल में गुरुवार को राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ। जो हिमालयन सोसायटी ऑफ जियोसाइंटिस्ट्स (एचएसजी) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के तत्वावधान में हुआ। मुख्य अतिथि एनडीएमए के प्रमुख राजेंद्र सिन्हा ने कहा कि एनडीएमए हिमालयी राज्यों के लिए एक समग्र आपदा प्रबंधन नीति पर काम कर रहा है। डॉ. दिनेश कुमार असवाल ने कहा कि भू-आपदाओं से निपटने को तकनीकी नवाचारों और सटीक आंकड़ा-आधारित पूर्वानुमान प्रणालियों को अपनाना समय की मांग है। युगल किशोर पंत, सचिव (सिंचाई) ने कहा कि राज्य सरकार संवेदनशील भू-क्षेत्रों की पहचान कर वहां स्थायी भू-संरक्षण ...