संभल, मार्च 24 -- संभल। जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भीड़ जुटाकर हिंसा भड़काने के मामले में एसआईटी ने सदर जफर अली एडवोकेट को गिरफ्तार कर लिया। रविवार शाम को उन्हें चन्दौसी कोर्ट में पेश किया गया। वहां कार्रवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। कोर्ट में पेश होने के बाद जफर अली ने खुद को निर्दोष बताते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें बेवजह फंसाया है। आरोप - प्रत्यारोप हिंसा के दौरान जान गंवाने वाले निर्दोष बच्चों की आवाज बनकर उन्हें पीड़ित परिवारों का समर्थन किया। उन्हें उसी की सजा मिली है। उन्होंने कोई हिंसा भड़काने का काम नहीं किया बल्कि पुलिस ने उन्हें जबरन फंसाया है। जफर अली एडवोकेट, सदर जामा मस्जिद पुलिस ने साक्ष्य जुटाए हैं, कई बार पूछताछ की गई है। साक्ष्य इकट्ठा करने के बाद जफर अली की गिरफ्तारी की है। साक्ष्यों को न्यायालय में ...