नई दिल्ली, सितम्बर 17 -- केरल में एक मुस्लिम शख्स ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। उन्होंने हिंदू रीति से एक दिव्यांग महिला का अंतिम संस्कार किया। उस महिला के परिवार का कोई पता नहीं था। वह स्तन और लिवर कैंसर से जूझ रही थी। उसने मरने से पहले आखिरी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा था कि उसका हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक अंतिम संस्कार किया जाए। कडिनमकुलम पंचायत के चित्ताट्टुमुक्कु वार्ड सदस्य टी सफीर ने उस महिला के दिवंगत होने के बाद उसकी आखिरी इच्छा पूरी की। उनका कहना है कि हर इंसान को मौत के बाद सम्मान मिलना चाहिए। धर्म से ऊपर उठकर यही इंसानियत है। आपो बता दें कि सफीर मुस्लिम हैं। उन्होंने हाल ही में 44 साल की राखी का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाजों से किया। राखी छत्तीसगढ़ की मूल निवासी थीं और मानसिक दिव्यांगता से पीड़ित थीं। पिछले ढाई साल से वह क...