बिहारशरीफ, नवम्बर 2 -- ब्रह्मकुंड परिसर में आयोजित हुई 24 घंटे की अखंड पूजा देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह को लेकर हुआ आयोजन राजगीर, निज प्रतिनिधि। स्थानीय ब्रह्मकुंड परिसर में देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह को लेकर रविवार को 24 घंटे की अखंड पूजा आयोजित की गयी। साधु-संतों व पंडा कमेटी के सदस्यों ने भगवान विष्णु की पूजा-अराधना की। भारतीय राष्ट्रीय पुरोहित तीर्थ महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. धीरेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उन्होंने कहा कि हर साल 24 एकादशी होती है। अधिकमास या मलमास में इनकी संख्या बढ़कर 24 हो जाती है। आषाढ़ शुक्ल एकादशी को देव-शयन हो जाने के बाद से प्रारम्भ हुए चातुर्मास का समापन कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन देवोत्थान उत्सव होने पर होता है। पंडा कमेटी के सचिव विकास उपाध्य...