मुंगेर, जुलाई 30 -- मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। विश्वविद्यालय की सुस्ती का खामियाजा इस बार हिंदी विषय के 22 नवनियुक्त शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है, जिनका दो वर्षों के बाद भी अब तक कन्फर्मेशन नहीं हो पाया है। मुंगेर विश्वविद्यालय के नियमानुसार, नियुक्ति के दो वर्षों के भीतर शिक्षकों का कन्फर्मेशन अनिवार्य होता है। लेकिन, समयसीमा बीत जाने के बाद भी हिंदी विभाग के इन शिक्षकों की सेवा नियमित नहीं हो सकी है, जिससे उनमें भारी निराशा और असुरक्षा की भावना व्याप्त है। पीड़ित शिक्षकों का कहना है कि, वे सभी शैक्षणिक और प्रशासनिक जिम्मेदारियां निष्ठा से निभा रहे हैं, लेकिन कन्फर्मेशन जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रिया में अनावश्यक देरी उनके भविष्य के लिए संकट बनती जा रही है। शिक्षकों ने कु...