लातेहार, जून 21 -- बेतला, प्रतिनिधि। क्षेत्र की विभिन्न सड़कों से सटे वर्षों पुराने सूखे-बूढ़े पेड़ न सिर्फ किसी हादसे को आमंत्रित कर रहे हैं,बल्कि मार्ग से गुजरने वाले यात्रियों-राहगीरों के लिए मौत का पर्याय बनकर खड़े हैं। नमूने के तौर पर पर्यटन मार्ग के नाम से विख्यात दुबियाखाड़-बेतला नेतरहाट या फिर कुटमू-बरवाडीह-मंडल मार्ग पर सड़कों के किनारे वर्षों पुराने सैकड़ों सूखे-बूढ़े पेड़ों को कोई भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि कभी भी देख सकते हैं। यहां बता दें कि कुछ माह पूर्व बेतला में अराध्या रिसोर्ट्स के पास एक पेड़ के अचानक टूटकर गिरने की घटना में मार्ग से गुजर रहे कोलकाता के कई पर्यटक उसके चपेट में आने से बाल-बाल बचे थे। इसके पूर्व कुटमू चौक में विशाल बरगद का पेड़ गिरने से वहां बैठे ग्राम डोरामी के केश्वर राम को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। जबकि उ...