बागपत, जुलाई 31 -- रटौल नगर पंचायत क्षेत्र में स्वच्छता को लेकर तमाम दावे किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे काफी अलग नजर आ रही है। पंचायत द्वारा सफाईकर्मियों के लिए खरीदी गई हाथ गाड़ियां शोपीस बनकर रह गई हैं। मजबूरन सफाई कर्मचारी अब भी टूटे तसलों और प्लास्टिक क्रेट्स के सहारे सिर पर कूड़ा ढोने को मजबूर हैं। इससे जहां उनकी गरिमा को ठेस पहुंच रही है, वहीं गंदा पानी टपकने से उनके स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है। नगर पंचायत बनने के बाद दावा किया गया था कि कस्बे की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए सफाईकर्मियों को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने की बात भी कही गई थी। हालांकि, हकीकत यह है कि हाथ गाड़ियां खरीदने के बाद रखरखाव के अभाव में खराब हो गई हैं। वहीं छोटे ट्रैक्टर और ई-रिक्शा भी लगाए गए हैं, लेकिन वे या तो खराब हैं या फिर गलियों में ...