नई दिल्ली, जुलाई 17 -- दिल्ली की एक अदालत ने हाल ही में एक मामले की सुनवाई के दौरान कुछ याचिकाकर्ताओं पर कड़ी नाराजगी जताते हुए उन्हें ऐसी सजा दी जो कि बच्चों को स्कूल में दी जाती है। अदालत का गुस्सा इस बात पर फूटा कि वादी अपनी याचिकाओं के जरिए कोर्ट का कीमती समय बर्बाद कर रहे थे। जिसके बाद जज ने उन्हें एक अनोखी सजा सुनाते हुए अदालत चलने तक हाथ ऊपर करके खड़े रहने की सजा सुनाई। स्कूली सजा देने की यह घटना दिल्ली की द्वारका कोर्ट में घटी, जहां प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट सौरभ गोयल एक मामले की सुनवाई कर रहे थे, इसी बीच उन्होंने पाया कि मामले की सुनवाई दो बार हुई, फिर भी आरोपी समय पर जमानत बॉन्ड जमा नहीं कर पाए। न्यायाधीश ने कहा कि अदालत की तरफ से उन्हें पिछली तारीख पर ये बॉन्ड जमा करने का आदेश दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इसे ज...