मधुबनी, मई 22 -- मधुबनी, नगर संवाददाता। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले के रहिका टीपीसी भवन में शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान फाइलेरिया के हाथीपांव के चार मरीजों के बीच मोरबिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रीवेंशन (एमएमडीपी) किट का वितरण करते हुए उन्हें इसके इस्तेमाल की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही, उन्हें 12 दिनों की फाइलेरिया रोधी दवाओं के साथ उचित परामर्श भी दिया गया। भीबीडीएस राकेश कुमार ने बताया कि फाइलेरिया से प्रभावित अंगों की साफ-सफाई के साथ नियमित देखभाल भी जरूरी है ताकि, फाइलेरिया के प्रभाव को कम किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिन मरीजों के हाथ-पैर में सूजन आ जाती है या फिर उनके फाइलेरिया के हाथीपांव बीमारी से ग्रस्त अंगों से पानी का रिसाव होता है, ऐसी स्थिति में उनके प्रभावित अंगों की सफाई बेहद आवश्यक है। इसलिए स्व...
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