संतकबीरनगर, मार्च 31 -- धनघटा, हिन्दुस्तान संवाद। धनघटा तहसील परिसर में फरियादियों व वादकारियों एवं तहसील कर्मियों को शुद्ध जल मुहैया कराने के उद्देश्य से करोड़ों रुपए खर्च कर पानी टंकी स्थापित की गई है। लेकिन धरातल पर किसी को एक बूंद भी जल नसीब नहीं हुआ है। यहां बना ओवरहेड टैंक हाथी का दांत बना दिख रहा है। जिम्मेदार भी मौन साधे हुए हैं। 5 सितंबर सन 1997 को बसपा की सरकार के कार्यकाल में सूबे की मुखिया मायावती ने संतकबीरनगर जिला बनाया था। साथ ही में धनघटा को तहसील घोषित किया गया। धनघटा में तहसील भवन के साथ-साथ तहसील परिसर में पहुंचने वाले फरियादियों व अधिकारियों व कर्मचारियों को शुद्ध जल मुहैया कराने के उद्देश्य से लगभग 2 करोड़ रुपए की लागत से वाटर ओवरहेड टैंक बना। तहसील भवन के साथ-साथ ठेकेदार द्वारा पानी की टंकी को भी हैंडओवर कर दिया गया।...