चतरा, फरवरी 23 -- सिमरिया निज प्रतिनिधि प्रखंड के सोहर कला, केवटा जंगल में रात्रि को बांकुड़ा बंगाल से आए स्पेशल टीम ने हाथियों को भागने को लेकर कड़ी मशक्कत किया। इस दौरान टीम ने अपने तरीके से प्रयास किया। इस संदर्भ में प्रभारी वनपाल अजीत कुमार ने बताया कि लातेहार, बालूमाथ होते हुए केंदु, कसारी, सोहर, टूटीलावा पिरी होते हुए एलिफेंट कॉरिडोर है जो हजारीबाग की ओर निकल जाता है। वर्तमान में इंसानों के द्वारा हुए भौगोलिक छेड़छाड़ के कारण हाथी अपने कॉरिडोर को पहचान नहीं पा रहे हैं और रास्ता भटक जा रहे हैं। जिस कारण वह गांव के समीप वाले जंगल में अपना डेरा डाल दिये हैं। हाथी रातों में गांव में घुसकर फसलों को खाते हैं और दिन में जंगलों में ही छुप जाते हैं‌। इस वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। वन विभाग काफी दिनों से लगातार प्रयास कर रहा है की...