गढ़वा, अक्टूबर 19 -- गढ़वा, संवाददाता। मेराल प्रखंड अंतर्गत बहेरवा गांव के आदिम जनजाति परिवार के सदस्य जंगली हाथियों द्वारा घर तोड़े जाने के बाद तकरीबन एक साल से खानाबदोश की जिंदगी गुजार रहे हैं। हाथियों के डर से गांव के लोग पलायन कर गेरूआसोती आकर वनभूमि पर झोपड़ी बनाकर रहने लगे। मामले को हिन्दुस्तान अखबार ने प्रमुखता के साथ उठाया था। मामला प्रकाश में आने के बाद एसडीओ संजय कुमार पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि उन्हें हर सुविधा दी जाएगी। उनका घर का नींव दीपावली से पहले रखी जाएगी। उसी क्रम में उन्होंने सीओ यशवंत नायक को पीड़ितों का घर निर्माण के लिए जरूरी पहल करने का निर्देश दिया। उक्त निर्देश के आलोक में सीओ ने तीन सदस्यीय टीम को गेरूआसोती भेजा। टीम में मुखिया जगजीवन राम, सीआई जॉनसन गिद्द और अमीन नागेंद्र मेहता शा...
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