पटना, मार्च 17 -- गर्मी के मौसम को ध्यान में रखकर जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने में जिला परिषदों की भूमिका भी सुनिश्चित की गयी है। अब जिला परिषद राज्य की हाट, बाजार और गांवों में चापाकल लगाएंगी। 15वें वित्त आयोग की राशि से प्राप्त टाइड फंड का उपयोग चापाकल लगाने में होगा। जिला परिषदों द्वारा लिए जा रहे कार्यों में चापाकल योजना की गतिविधि को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। पंचायती राज विभाग ने जारी निर्देश में कहा गया है कि हाट, बाजार एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला परिषद चापाकल स्थापित करा सकती हैं। जिला परिषद मार्क-4 श्रेणी के चापाकल लगाएंगी, ताकि चापाकल की गुणवत्ता भी बरकरार रह सके। जिला परिषदों को निर्देश दिया गया है कि चापाकल स्थापित करने में वे लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग से तकन...