गंगापार, जून 2 -- गंगा जी शिवजी की जटाओं से निकलती हैं। इसलिए इस खास दिन पर मां गंगा और शिवजी की पूजा-उपासना से जाने-अनजाने में हुए कष्टों से छुटकारा मिलता है। गंगा का अवतरण हस्त नक्षत्र में हुआ था। इस साल भी गंगा दशहरा पर सर्वार्थ सिद्धि योग और हस्त नक्षत्र पड़ रहा है। इस दिन हरिद्वार, प्रयागराज और काशी में गंगा स्नान करने से महाफल की प्राप्ति होगी साथ ही दश प्रकार के दुःख और कष्टों के हरने का पुण्य फल की भी प्राप्ति होगी। इस साल गंगा दशहरा पांच जून गुरुवार को पड़ रहा है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन गंगा स्नान के साथ दान-पुण्य करने से कष्टों से मुक्ति मिलेगी और ग्रह दोष शांत भी होंगे। इस माह की शुरुआत में चार जून को उमामहेश नवमी, पांच पांच जून को गंगा दशहरा और छह को निर्जला एकादशी मनाई जाएगी, जो पूरे साल की सबसे बड़ी एकादशी मानी ग...