रांची, अगस्त 7 -- रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि हस्तकरघा केवल एक कला नहीं, यह हमारी सभ्यता, संस्कृति और परंपरा का जीवंत प्रतीक है। हर धागा, हर बुनाई हमारी लोक-कथाओं और रीति-रिवाजों की अनूठी कहानी कहती है। राज्यपाल गुरुवार को विवर्स डेवलेपमेंट एण्ड रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन एवं बुनकर प्रकोष्ठ द्वारा 12वें राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस के अवसर पर डोरंडा कॉलेज में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत का उत्सव मनाया जा रहा है, बल्कि उन लाखों बुनकर परिवारों को सम्मान भी दिया जा रहा है, जो आत्मनिर्भर भारत की नींव को सुदृढ़ कर रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर प्रधानमंत्री के 'वोकल फॉर लोकल और 'हैंडलूम फॉर होम जैसे अभियानों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन पहलों...