औरंगाबाद, दिसम्बर 21 -- हसपुरा प्रखंड के रतनपुर गांव में जिला जनवादी लेखक संघ के तत्वावधान में स्वतंत्रता सेनानी बसंत नारायण सिंह की 26वीं पुण्यतिथि के अवसर पर कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द के उपन्यास रंगभूमि के सौ साल पूर्ण होने पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इसका संचालन युवा कवि समुन्दर सिंह ने किया। सेमिनार का विषय प्रवेश शंभू शरण सत्यार्थी ने किया। अध्यक्षता करते हुए हेडमास्टर डा. श्रीनिवास मंडल ने स्वतंत्रता सेनानी की जीवनी पर प्रकाश डाला। कहा कि रंगभूमि के सौ वर्ष पूर्ण होना उत्सव नहीं बल्कि आत्ममंथन का अवसर है। प्रेमचन्द का उपन्यास रंगभूमि एक कालजयी रचना है। हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हो गया है, परन्तु आज भी किसी न किसी रूप में हमारे बीच जॉन सेवक, क्लार्क, विनय सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, सोफिया जैसे पात्र मौजूद हैं। प्रो. अ...