कानपुर, दिसम्बर 19 -- कानपुर, वरिष्ठ संवाददाता हवा की सेहत बेहद खराब है। फिजा में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा अधिक होती जा रही है। घना कोहरा तब ही बनता है जब उसमें प्रदूषण के तत्व जुड़ जाते हैं। आईएमडी समेत अन्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि वायु प्रदूषित होने की स्थिति जिसमें कोहरा शामिल है, उसमें सांस के मरीज एहतियात बरतें। खासतौर से सुबह और शाम घरों से केवल जरूरत पर ही निकलें। आईएमडी ने कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सेंटरों पर जो आंकड़े दर्ज हैं उसके अनुसार केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) हर दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी करता है। शुक्रवार को एक्यूआई 117 रहा जो यलो श्रेणी में आता है। इस श्रेणी की हवा सेहत के लिए नुकसानदेह है। सीपीसीबी के एनएसआई सेंटर पर पीएम 2.5 के कणों की संख्या अधि...