नई दिल्ली, जून 9 -- नई दिल्ली। विदेशों की तर्ज पर भारतीय मुसाफिर भी मध्यम दूरी का सफर तय करने के लिए हवाई जहाज के बजाय रेल यात्रा को प्राथमिकता देने लगे हैं। यही कारण है कि देश के कई रेलमार्गों पर वंदे भारत ट्रेनों की ऑक्यूपेंसी 125 से 202 फीसदी तक पहुंच गई है। दावा है कि हवाई यात्रियों के वंदे भारत के प्रति बढ़ते आकर्षण के चलते एयरलाइंस ने उक्त रूट पर अपना किराया काफी कम कर दिया है। रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेनों की गति, समयपालन, सफाई, सुरक्षा, सुविधाएं आदि के चलते यात्रियों को लुभा रही हैं। उन्होंने बताया कि देश के प्रमुख रेलमार्गों पर वंदे भारत की ऑक्यूपेंसी (ट्रेन की क्षमता के अनुपात में यात्रियों की संख्या) 125 से 202 फीसदी तक है। उन्होंने दावा किया कि मध्यम दूरी (500 से 700 किलोमीटर) के ...