हजारीबाग, फरवरी 19 -- चौपारण, प्रतिनिधि। कसियाडीह में आयोजीत पांच दिवसीय मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा सह 51 कुंडीय राष्ट्र गायत्री महायज्ञ हवन पूजन पूर्णाहुति भंडारे के साथ बुधवार को समपन्न हुआ। महायज्ञ में शांतिकुंज हरिद्वार से आए बालक राम रातन्मूल की टीम ने प्रज्ञा पुराण कथा को सुनाकर लोगों को धर्म के प्रति प्रेरित करते रहे। पूर्णाहुति के पूर्व विधिविधान से गायत्री मंदिर में गायत्री माता का प्राण प्रतिष्ठा किया गया। इस दौरान माता को 108 प्रकार का भोग लगाया गया। गायत्री माता का प्राण प्रतिष्ठा का सैकड़ो श्रद्धालु साक्षी बने। महायज्ञ के दौरान कसियाडीह के नरसिंह नायक द्वारा गायत्री माता मंदिर के नाम से और जमीन दान देने की घोषणा किया गया। 2027 में 108 कुंडीय महायज्ञ का भी घोषणा हुई। भंडारे में प्रसाद ग्रहण के लिए बड़ी संख्या लोग जुटे। देर शाम तक ...