हवन करने से होता है सकरात्मक ऊर्जा का विकास
विकासनगर, मार्च 31 -- विकासनगर, संवाददाता।आर्य समाज मंदिर डोभरी की यज्ञशाला में रविवार को वैदिक ऋचाओं के गायन के साथ हवन किया गया। हवन के बाद उपदेश और भजनोपदेश के माध्यम से हवन के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। वैदिक पुरोहित नागेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हवन करने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार अगर कोई ग्रह दोष से पीड़ित है, तो हवन कराने से ग्रह दोष दूर होता है। हवन सामग्री में पीपल, चंदन के पेड़ की लकड़ी, आम की लकड़ी, नीम, पलाश का पौधा, देवदार की जड़, बेर, कपूर आदि होती है। वैज्ञानिक महत्व के अनुसार हवन से निकलने वाला धुआं वातावरण को शुद्ध करता है। साथ ही हवन के धुएं से जीवाणु वातावरण से नष्ट होते हैं। उपदेश के बाद आर्य समाज की बैठक आयोजित की गई। इसमें छह और सात अप्रैल को वार्षिकोत्सव मनाने का निर्णय लिया गय...
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