संभल, जुलाई 30 -- खेतों की नाप-जोख से लेकर अदालतों के विवाद निपटाने तक में सबसे अहम कड़ी लेखपाल हैं। इसके बावजूद उन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। न दफ्तरों में बैठने की व्यवस्था है और न ही पैमाइश के लिए जरूरी उपकरण। जोखिम भरे कामों में भी सुरक्षा नहीं मिलती है। आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, वारिसान, कृषि गणना, रियल टाइम खतौनी और घरौनी जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों के लिए सभी को लेखपालों की जरूरत पड़ती है। बिना लेखपाल की रिपोर्ट के यह दस्तावेज नहीं मिल सकते हैं। इतने महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जिम्मेदारी संभालने वाले लेखपाल भी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। हिन्दुस्तान टीम से बातचीत के दौरान लेखपालों ने अपनीं समस्याएं उठाईं। उनका कहना था कि लेखपालों के फैसले पर कोई एक पक्ष सवाल जरूर उठाता है। कारण, उनकी रिपोर्ट से एक पक्ष खुश होता है तो दू...