गोरखपुर, अगस्त 13 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। संतान सुख व उनकी लंबी आयु की कामना के लिए माताएं हलषष्ठी व्रत 14 अगस्त को रख पूजा-पाठ करेंगी। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि पर चंद्रमा की स्थिति मीन और मेष राशियों में होने की वजह से यह तिथि व्रत के लिए अनुकूल मानी जा रही है। वहीं 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी। षष्ठी तिथि को सुबह 11 बजकर 24 मिनट तक रेवती नक्षत्र रहेगा, जिसके बाद अश्विनी नक्षत्र आरंभ होगा। साथ ही, मित्र नामक औदायिक योग भी बन रहा है। पं. शरद चंद मिश्र के अनुसार, यह संयोग व्रत रखने वालों के लिए विशेष फलदायक रहेगा। हलषष्ठी व्रत के दिन महिलाएं मिट्टी से हलषष्ठी माता की प्रतिमा बनाकर पूजा करती हैं। इस दिन हल से जुते खेतों का अन्न नहीं खाया जाता है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 16 अगस्त को मनाया जाएगा...