कौशाम्बी, जुलाई 28 -- सावन के तीसरे सोमवार को दोआबा के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ा। भक्तों ने विधि-विधान से महादेव का पूजन कर पुण्य की कामना की। मंदिरों के साथ घरों में भी औघड़दानी पूजे गए। इस दौरान चहुंओर हर-हर महादेव, बम-बम भोले की गूंज सुनाई दी। जिससे तपोभूमि का माहौल भक्तिमय बना रहा। सावन में भगवान भोलेनाथ की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि जो भक्त इस पूरे महीने भगवान भोलेनाथ की पूजा नहीं कर सकता, वह यदि सोमवार के दिन ही उपासना करे तो उसे मनोवांक्षित फल की प्राप्ति होती है। यही वजह रही कि श्रावण माह के तीसरे सोमवार को सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंझनपुर, करारी, कड़ा, भरवारी, सिराथू, चायल, सरायअकिल आदि नगरों व गांवों के शिवालयों में देखा गया कि भोर से लेकर दोपहर बाद तक आस्थावानों का रेला लगा...