अंबेडकर नगर, जून 19 -- अम्बेडकरनगर, संवाददाता। ऋषि पूज्य धाम धर्मा ग्रामोदय इंटर कॉलेज मधुपुर मीरनपुर में चल रही नौ दिवसीय कथा के दूसरे दिन अयोध्या धाम के आचार्य पूज्य बालमुकुंद शास्त्री ने भगवान शंकर के विवाह पर आधारित कथा कही। कहा शिव का विवाह धर्म को स्थापित करने के लिए हुआ था। भगवान शिव ने कहा कि तब राक्षसों का भी आतंक सारे संसार में व्याप्त हो गया था। तारकासुर को वरदान मिला था कि वह सिर्फ शंकर के पुत्र से ही मारा जाएगा। धर्म की स्थापना के लिए शंकर ने दूसरा विवाह पार्वती के साथ किया। शंकर का पहला विवाह माता सती के साथ हुआ था। पति के आज्ञा का पालन न करने के कारण सती को अपने देह का त्याग करना पड़ा था। इसलिए ्त्रिरयों को चाहिए कि वह इस धरा धाम में पति को अपना परमेश्वर मानते हुए उनके इच्छा अनुकूल कार्य करें और परिवार को सुखी रखते हुए अपना ...