मऊ, मार्च 30 -- दोहरीघाट, हिन्दुस्तान संवाद। ब्लाक क्षेत्र में बिजली के जर्जर तार, क्षतिग्रस्त खंभे और ट्रांसफार्मर के कारण शार्ट-सर्किट से हर वर्ष आग लगने से क्षेत्र में करोड़ों रुपये की क्षति होती है और प्रशासन बेबस लाचार नजर आता है। उसकी तैयारियां बौनी साबित होती हैं। खेतों और घरों में आग लगने की सूचना के घंटों बाद तहसील मुख्यालय से अग्निश्मन विभाग का वाहन घटना स्थल पर पहुंच पाता है। अगलगी की घटनाओं को देखते हुए स्थानीय लोगों ने दोहरीघाट क्षेत्र में फायर स्टेशन स्थापित करने की मांग की है। गर्मी का महीना शुरू होते ही गेंहूं की बालियां जैसे ही पीली पड़ने लगती है, किसानों को चिंता सताने लगती है कि सही सलामत खेत में तैयार खड़ी फसल घर में अनाज के रूप में वापस आ पाएगी की नहीं। हर साल अप्रैल और मई के महीने में बिजली के तारों से निकली चिंगारी सैक...