भागलपुर, मार्च 1 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। साल दर साल मौसम के व्यवहार में हो रहे बदलाव का असर अब बदलते मौसम में होने वाली शारीरिक समस्याओं में भी बदलाव दिख रहा है। वायरस भी अपना व्यवहार बदल रहा है। हर साल लोगों को अलग-अलग तरह का शारीरिक व मानसिक कष्ट दे रहा है। चिकित्सकों की मानें तो हर तरह का वायरस समय-समय पर म्यूटेशन करके अपना लक्षण व व्यवहार बदलता है। हाल के सालों में तो हर नौ से 12 महीने में ही वायरल का वायरस म्यूटेशन करके अपना व्यवहार बदल रहा है। इस साल बदला वायरस लोगों के फेफड़े पर अटैक कर रहा है, जो चिकित्सकों के लिए चिंता का विषय है। बड़ी बात ये कि पोस्ट वायरल इफेक्ट के तहत जीबी सिंड्रोम के मामले भी जांच में मिल रहे हैं। हालांकि इसके मरीजों की संख्या कम ही है। ओपीडी में हर तीसरा मरीज फेफड़े की समस्या से जूझ रहा जवाहर लाल नेहरू म...