अररिया, अगस्त 1 -- अररिया,निज संवाददाता अररिया शहर में दो दशक से जलजमाव की समस्या है। हालांकि इन 20 सालों में नाला के नाम पर करीब 60 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जा चुकी है। लेकिन आज तक शहरवासियों को जल जमाव की समस्या से निजात नहीं मिल पाया है। इस दौरान कई मर्तबा चेयरमैन और वीसी बदले, लेकिन अररिया शहर की सूरत व सिरत नहीं बदली। इन दिनों मानसून पिक पर है। बारिश होने के बाद जिला मुख्यालय की कई सड़कें झील बन जाती है तो कई मोहल्ले टापू में तब्दील हो जाते हैं। जलजमाव के कारण शहरी जनजीवन अस्त-व्यस्त रहता है। आलम यह होता है कि जगह-जगह सड़कों पर जल जमाव रहता है, तो कई घरों, दुकानों और गोदामों में नाली की पानी प्रवेश कर जाता है। सरकारी खजाना तो खाली होता ही है, आम आदमी और दुकानदारों- व्यवसायियों को लाखों रूपये की क्षति होती है। यही नहीं अधिकारियों के...