संतकबीरनगर, अप्रैल 14 -- मगहर, हिन्दुस्तान संवाद। संत कबीरदास का संदेश मानव मात्र व किसी वर्ग विशेष या सम्प्रदाय के लिए नहीं है। बल्कि यह हर जीव के लिए है। कबीर ने मानव को मानव से जोड़ा है जो उनका राग ( प्रेम ) अन्तरमन का है। जिसमें अध्यात्म का गहरा समन्वय है जो हर जीव में है। उक्त विचार अंतरराष्ट्रीय कबीर निर्गुण भजन मालवी लोक शैली के गायक प्रहलाद सिंह टिपानिया ने मगहर में कबीर समाधि का दर्शन करने के पश्चात भेंट वार्ता के दौरान व्यक्त किया। वे कुशीनगर में कार्यक्रम करने के बाद मध्यप्रदेश वापस जाते समय निर्वाणस्थली पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि उनका जन्म मध्य प्रदेश के ग्राम लून्याखेड़ी (कबीर नगर) जनपद उज्जैन में हुआ। शिक्षक पद पर भी अपनी सेवा दी है। उन्होंने बताया कबीर के निर्गुण भजन मालवी लोक शैली में भारत के विभिन्न प्रान्तों में कबीर ग...