लखीसराय, जुलाई 10 -- बड़हिया। जल, जीवन की सबसे बुनियादी जरूरत है। लेकिन जब यह आवश्यकता भी लोगों की पहुंच से दूर हो जाए, तो विकास के दावों पर स्वाभाविक रूप से सवाल खड़े होने लगते हैं। राज्य सरकार की बहुचर्चित हर घर नल-जल योजना का उद्देश्य प्रत्येक घर तक पेयजल पहुंचाना था। पर जमीनी हकीकत इससे उलट तस्वीर पेश कर रही है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में यह योजना नलों तक तो पहुंची है, पर उनमें जल की एक बूंद तक नहीं है। कहीं बिजली की अनियमित आपूर्ति बाधा बन रही है तो कहीं पाइपलाइनें टूटकर मिट्टी में दफन हो गई हैं। ऐसे में ग्रामीण आज भी चापाकलों, कुओं या दूसरों पर निर्भर होकर अपने सम्मान और सुविधा के साथ समझौता करने को मजबूर हैं। बड़हिया प्रखंड अंतर्गत जैतपुर पंचायत के वार्ड संख्या पांच स्थित खुशहाल टोला में बसे अनुसूचित और महादलित समुदाय के दर्जनों परिव...
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