लखनऊ, जून 4 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता हर गोशाला को गोकाष्ठ मशीन दी जाए। गोबर से कंडा बनाने वाली मशीन की मदद से आसानी से कंडा बनाया जा सकेगा और इसकी मांग तेजी से बढ़ेगी। यह निर्देश बुधवार को अधिकारियों को पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने दिए। उन्होंने कहा कि गोवंश में नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत देशी नस्ल की गायों के संरक्षण व संवर्धन को प्राथमिकता दी जाए। गाय का दूध, गोमूत्र व गोबर के उपयोग के माध्यम से ग्रामीण आर्थिकी को मजबूत बनाया जाए। विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय समीक्षा बैठक में पशुधन मंत्री ने कहा कि देशी गाय के दूध की गुणवत्ता व उत्पादकता बढ़ाने के लिए गिर, साहीवाल, थारपारकर, गंगातीरी व हरियाणवी जैसी देशी नस्लों की गायों के पालन के लिए किसानों व पशुपालकों को प्रोत्साहित किया जाए। गोवंश को संक्रामक रोगो...