हाजीपुर, मार्च 8 -- हाजीपुर। कार्यालय संवाददाता हमारे यहां प्रदेश में रहने वाले परदेशी हर साल इस बड़ी तपस्या से गुजर कर लाख फजीहत सहने के बावजूद लोकप्रिय त्योहार को मनाने के लिए हर साल अन्य राज्यों से गांव पहुंचते हैं। इस यात्रा के दौरान भले ही कितनी परेशानी से गुजरना पड़े, लेकिन हर कष्ट को सहकर भी अपनों से भेंट व मुलाकात की धुन में पहुंचते हैं। यह कहना है सराय के रहने वाले सुमन कुमार का। वे परदेश में नाईट गार्ड का काम करते हैं,पत्नी व बच्चों से लगभग पिछले 10 महिनों से दूर रहने के कारण इस बार कैसे भी छुट्टी लेकर घर पहुंचे हैं। अहमदाबाद में पढ़ाई कर रहे वैशाली के रामदौली निवासी शशांक सिंह राजपूत का कहना है कि अक्सर पढ़ाई के दौरान आना जाना लगा रहता है, लेकिन इस बार सेमेस्टर एग्जाम देकर काफी समय अंतराल पर घर जा रहे हैं। अपने परिवार व समाज के...