पाकुड़, अप्रैल 20 -- जिलेभर के चर्चों में हर्षोल्लास के साथ रविवार को ईस्टर संडे मनाया गया। ईसा मसीह के पुनरुत्थान की खुशी में मनाया जाने ईस्टर को पास्का के नाम से भी जानते हैं। बाइबल की मान्यता के अनुसार यहुदी अत्याचारी राजाओं द्वारा मृत्यु दंड देने के बाद मृत्यु के तीसरे दिन उनका पुनरुत्थान हो जाता है। इस खुशी में ईस्टर संडे मनाया जाता है। धनुषपूजा स्थित चर्च में पास्टर शर्मिला सोरेन ने आदिवासी में प्रार्थना सभा करायी। उन्होंने लोगों को यीशु मसीह के बताए रास्ते पर चलने का सलाह दी। कहा कि लोग अपनी स्वाभाव को बदलें और प्रेम को अपनाएं। वहीं जिदातो स्थित मेथोडिस्ट चर्च में पास्टर स्टीफन सोरेन ने प्रार्थना सभा करायी। उन्होंने मौजूद लोगों को बताया कि ईसा मसीह का संदेश है कि लोग प्रेम से संसार में रहे। ईस्टर संडे के दिन लोग चर्च में आकर विशेष प...