नई दिल्ली, जुलाई 1 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। हरियाणा में कांग्रेस अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रही है। पार्टी संगठन में जाट और दलितों के साथ अब अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को तरजीह देगी जिससे कि प्रदेश में ओबीसी मतदाताओं का भी भरोसा जीता जा सके। कांग्रेस हरियाणा में लगातार तीन विधानसभा चुनाव हार चुकी है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। 2024 चुनाव में कुछ सुधार किया पर विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार पार्टी की रणनीति की कलई खोल दी। इन हार से सबक लेते हुए पार्टी ने 11 वर्ष बाद हरियाणा में जिला स्तर पर संगठन तैयार करने की पहल की है। संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत पार्टी हर जिले में संगठन तैयार कर रही है। जिला अध्यक्षों में भी ओबीसी को हिस्सेदारी दी जाएगी। कांग्रेस लगातार 'जिसकी जितनी हिस्सेदार...