मुरादाबाद, जनवरी 31 -- रामलीला मैदान के पास स्थित धर्मशाला में हरि नाम संकीर्तन का आयोजन किया गया। इसमें कथा व्यास आचार्य हरिनंदन शास्त्री ने हरि नाम की महिमा बताते हुए कहा यही नारायण,यही विष्णु और यही हरि, यही राम और कृष्ण हैं और कण कण में व्याप्त है। इसीलिए हरि नाम जप को सभी कथाओं से ऊपर रखा गया है। कलियुग में समर्पण भाव से केवल हरि नाम का जप करने मात्र से मोक्ष का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। अंत में आरती के बाद भोजन प्रसाद वितरित किया गया। व्यवस्था में सुशीला देवी, मनोरमा शर्मा, गीता शर्मा, रजनी वर्मा, बरखा, आदित्य, प्रदीप, जगन्नाथ सिंह आदि शामिल रहे।

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