नई दिल्ली, अगस्त 19 -- हरिद्वार में प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां चंडी देवी के प्रबंधन को लेकर विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। यहां के 'सेवायत' भवानी नंदन गिरी ने हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है, जिसमें बदरी-केदार मंदिर समिति को मंदिर प्रबंधन देखने के लिए रिसीवर नियुक्त करने का निर्देश दिया गया था। हाई कोर्ट ने आदेश तब सुनाया था, जब अदालत में मंदिर के मुख्य पुजारी के लिव इन पार्टनर की अग्रिम जमानत का मामला सामने आया था। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उत्तराखंड हाईकोर्ट को चंडी देवी मंदिर के सेवायत की याचिका पर जल्द फैसला लेने का निर्देश दिया। सेवायत वह पद है, जो मंदिर में पूजा-पाठ और प्रबंधन की देख-रेख करते हैं। जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और जस्टिस एसवी एन भट्टी की बेंच ने हरिद्वार डीएम से मंदिर प्रबंधन ...