जमुई, अगस्त 27 -- खैरा। निज संवाददाता हरितालिका तीज व्रत महिलाओं के लिए एक पवित्र व्रत है। इस व्रत में महिलाओं को निराहार और अखंड निर्जला रहना पड़ता है। इस व्रत से देवों के देव महादेव आदि शक्ति माता पार्वती प्रसन्न होती है। गांव की महिलाएं सोमवार को नदियों तालाबों व शिव गंगा में स्नान कर नहाय-खाय के साथ अनुष्ठान किया। सुहागवती महिलाएं अपने पति के दीर्घायु रहने की कामना करती है। इसलिए वह कठिन व्रत करती है। इधर गणेश चतुर्थी मनाने की परंपरा भी लंबे अरसे से चली आ रही है। इस दिन सरकारी कार्यालय विभिन्न संस्थान व ग्रामीण क्षेत्रों में भी गणेश भगवान की मूर्ति की स्थापना कर लोग पूजा अर्चना करते हैं। संध्या के समय में गणेश भगवान की पूजा कुछ विशेष रूप से की जाती है और चांद दिखने पर उन्हें अर्ध्य प्रदान करते हैं। तीज व्रत एवं गणेश चतुर्थी ग्रामीण क्ष...