हरदोई, जून 10 -- हरदोई। अंग्रेजों के जाने के साथ सांडी से गई रेल के लिए अब नागरिकों को इंतजार करना पड़ रहा है। करीब 20 सालों से संघर्षरत रेल लाओ समिति के तमाम प्रयास और सांसद की रेलमंत्री से गुहार के बाद भी यातायात की बेहतर कनेक्टिविटी नहीं होने से लोगों में मायूसी है। सांडी में रेल लाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ. पंकज त्रिवेदी के नेतृत्व में जिले से लेकर दिल्ली तक बीते 20 सालों से चल रहे संघर्ष और प्रदर्शन के चलते 2019 में रेलवे की ओर से हरदोई से वाया सांडी से गुरसहायगंज के बीच रेल पटरी बिछाने की योजना को पिंक बुक में शामिल किया गया। उत्तर रेलवे की उप मुख्य अभियंता दीपिका की ओर से 14 फरवरी, 2023 को दी गई सर्वे जानकारी के मुताबिक 59.30 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के लिए करीब 132 करोड़ की धनराशि की जरूरत है। उनकी ओर से 30 नवंबर 2023 को संघर्ष स...