रांची, अगस्त 24 -- सिल्ली, प्रतिनिधि। सिल्ली- मुरी और आसपास के क्षेत्रों में रविवार को महिलाओं ने हरतालिका तीज व्रत के लिए जावा उठाया। महिलाओं ने निकटवर्ती जलाशयों से बालू निकाल उस पर धान के पौधे लगाये और विधि- विधान से पूजा- अर्चना कर घरों में स्थापित किया। तीज व्रत और पूजा भादो महिने के तृतीया को मंगलवार के दिन किया जाएगा। ज्ञात हो कि हरतालिका व्रत शुरू होने के तीन या पांच दिनों पुर्व जावा उठाया जाता है, जिसमें बालू में जौ, उड़द, मक्का, धान आदि डाल दिए जाते हैं। जो पूजा के दिन तक अंकुरीत होकर पौधे का रुप लेता है, उसे जावा कहा जाता है। जावा को हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव के रूप में निर्जला व्रत रखकर विधि- विधान पूर्वक पूजा- अर्चना की जाती है। सुहागीन महिलाएं पति की दीर्घायु और परिवार के सुख शांति के लिए व्रत रखती है। पूजा के दूसरे दिन ...