नई दिल्ली, नवम्बर 27 -- दिल्ली-एनसीआर में हर साल सर्दियों के आते ही हवा का हाल ऐसा हो जाता है मानो पूरा इलाका जहरीली धुंध के घेरे में कैद हो जाता हो। इस गंभीर समस्या पर अब सुप्रीम कोर्ट ने ठोस कदम उठाने का संकेत दिया है। अदालत ने दिल्ली-एनसीआर में बिगड़ती हवा की गुणवत्ता से जुड़ी एक याचिका पर 3 दिसंबर को सुनवाई करने का फैसला किया है। कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस संकट को लगातार निगरानी की जरूरत है।वायु प्रदूषण को हेल्थ इमरजेंसी बताया सीजेआई सूर्य कांत और जस्टिस ज्योमलया बागची की बेंच ने वायु प्रदूषण से जुड़े मामले में एमिकस क्यूरी के रूप में सहायता दे रही वरिष्ठ अधिवक्ता अपराजिता सिंह की दलीलों पर विचार किया। उन्होंने अदालत को बताया कि दिल्ली-एनसीआर में मौजूदा स्थिति बेहद चिंताजनक है और इसे हेल्थ इमरजेंसी के रूप में देखा जाना चाहिए। सी...