नई दिल्ली, दिसम्बर 27 -- दिपू चंद्र दास और अमृत मंडल की नृशंस मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू समुदाय को गहरे सदमे और भय में डाल दिया है। देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले हिंदुओं का कहना है कि वे इस्लामी भीड़ की हिंसा के साये में जी रहे हैं और अब उनके पास भारत से मदद की गुहार लगाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। गुरुवार को यह डर और बढ़ गया जब बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के नेता तारिक रहमान के समर्थन में उभरी राजनीतिक हलचल ने अल्पसंख्यकों की आशंकाओं को और हवा दी। तारिक रहमान को कट्टरपंथी रुख के लिए जाना जाता है और हिंदू समुदाय उन्हें अपने लिए खतरे के रूप में देखता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रंगपुर, ढाका, चित्तागांग और मयमनसिंह में रहने वाले हिंदुओं में डर का माहौल अधिक देखने को मिल है।...
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