नई दिल्ली, अगस्त 2 -- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा के सभापति पद पर रहते हुए विपक्ष को सदन में बोलने नहीं दिया। जब धनखड़ ने खुलकर बोलना शुरू कर दिया और केंद्र सरकार के साथ अन्य मुद्दों पर तालमेल बैठाने से इनकार कर दिया, तो उन्हें अपने पद से ही हटा दिया गया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक खरगे ने दावा किया कि पूर्व सभापति को जस्टिस यशवंत वर्मा मामले में विपक्षी सांसदों द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर, सरकार की मंशा अनुरूप कार्य न करने की वजह से हटाया गया। खरगे ने कहा, "उनसे कहा गया कि या तो वह प्रस्ताव को वापस ले लें या इस्तीफा दें दें। उन्होंने इस्तीफा दे दिया।" पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान खरगे ने क...